Bihar Board 12th Physics Top-20 Subjective Question 2025:इसके बाहर नहीं आएगा सब्जेक्टिव क्वेश्चन, @officialbseb.com
Bihar Board 12th Physics Top-20 Subjective Question 2025:
प्रश्न 1. वायुमंडल वैद्युत उदासीन नहीं होता है, समझाइए क्यों ? (2018A)
उत्तर- वायुमंडल वैद्युत जिसमें वायुमण्डल में उपस्थित विद्युत आवेश के बारे में अध्ययन करते हैं। पृथ्वी की सतह, वायुमंडल तथा आयनोस्पेयर के बीच आवेशों की गति को global atmospheric electrical circuit नाम से जानते हैं। वायुमंडल वैद्युत एक प्रकार का Topic है, जिसमें electrostatics, atmos- pheric physics, meterology & earth science study करता हैं। इस प्रकार वायुमंडल वैद्युत उदासीन नहीं होता है
प्रश्न 2. वर्षा में बाँस के हैंडल वाला धातु के हैंडल वाले छाता से अधिक सुरक्षित होता है, क्यों? [2016C)
उत्तर- वर्षा में बाँस के हैंडल वाला छाता धातु के हैंडल वाले छाते से अधिक सुरक्षित होता है, क्योंकि इसका हैंडल का पकड़ मजबूत और solid होता है जबकि धातु के हैंडल खोखला होता है।
प्रश्न 3. वैद्युत द्विध्रुव आघूर्ण का SI मात्रक क्या है? (2014A]
उत्तर-वैद्युत द्विध्रुव आघूर्ण का SI मात्रक कूलॉम मीटर (Coulomb Meter) है।
प्रश्न 4. विद्युत बल रेखाएँ एक-दूसरे को क्यों नहीं काटती हैं ? [2014A]
उत्तर- विद्युत बल रेखाएँ एक-दूसरे को नहीं काटती हैं क्योंकि ऐसी स्थिति में कटान बिन्दु पर दो स्पर्श रेखाएँ खींची जा सकती है इसलिए एक बिन्दु पर दो दिशाओं में विद्युत क्षेत्र होती जो असंभव है।
प्रश्न 5. विद्युत आवेश के गुणों को लिखें। [2012A]
उत्तर- विद्युत आवेश के गुण इस प्रकार हैं-
(i) विद्युत आवेश अदिश राशि है।
(ii) विद्युत आवेश योज्य है।
(iii) विद्युत आवेश क्वांटीकृत है।
(iv) विद्युत आवेश हमेशा संरक्षित होता है।
(v) समान आवेश विकर्षित तथा विपरीत आवेश आकर्षित करता है।
प्रश्न 6. कूलॉम के नियम की सीमाएँ क्या हैं ? उत्तर-कूलॉम के नियम की सीमाएँ निम्नांकित हैं- [2010A]
(i) यह नियम हालांकि बिन्दु आवेशों के लिए ही सत्य है, लेकिन फैले आवेशों को भी प्रयोग कर सकते हैं। हुए
(ii) यह नियम केवल स्थिर आवेशों के लिए ही लागू होता है। गतिशील आवेशों के बीच बल हम दूसरे नियम के द्वारा प्राप्त करते हैं।
(iii) यह नियम 10-14 से कम दूरी के लिए लागू नहीं होता है। हालांकि यह कई km से 10-14m के बीच दूरी के लिए लागू होता है।
प्रश्न 7. कूलॉम के नियम के महत्त्व को लिखें।
उत्तर- कूलॉम के नियम का महत्त्व-
(i) परमाणु के नाभिक एवं इलेक्ट्रॉन के बीच के बलों को समझा जाता है।
(ii) परमाणुओं को आपस में बाँधकर अणु बनाने वाले बल को समझा जाता है।
(iii) परमाणुओं अथवा अणुओं को परस्पर बाँधकर ठोस अथवा द्रव बनाने वाले बलों को समझा जाता है। यह नियम बहुत अधिक दूरियों से लेकर अल्प दूरी (10-14m) तक के लिए सत्य है। यह नियम आवेश को प्रकृति तथा कणों के द्रव्यमान पर निर्भर नहीं करता है।
प्रश्न 8. विद्युत बल रेखा को परिभाषित करें।
उत्तर- विद्युत बल रेखा एक बल है जिसके किसी बिन्दु पर स्पर्श-रेखा उस बिन्दु पर विद्युत क्षेत्र की दिशा देता है।
प्रश्न 9. संरक्षी क्षेत्र क्या है? इसका उदाहरण दें।
उत्तर- यदि बन्द पथ के चारों ओर क्षेत्र की रेखा समाकलन शून्य हो तो क्षेत्र को संरक्षी क्षेत्र कहा जाता है। उदाहरण- स्थिरविद्युत क्षेत्र ।
प्रश्न 10. कूलॉम का नियम लिखें।
उत्तर- दो बिन्दु आवेशों के बीच लगने वाला बल (1) दोनों आवेश के परिमाणों के गुणनफल के अनुक्रमानुपाती होता है तथा (ii) दोनों आवेशों के बीच की दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
प्रश्न 11. आवेश के दो मूल गुणों को लिखें।
उत्तर- आवेश के दो मौलिक गुण हैं-
(1) क्वांटीकरण तथा
(ii) संरक्षण किसी भी वस्तु को जो आवेश दिया जा सकता है वह एक न्यूनतम आवेश का पूर्णांक- गुणज होता है। Q = ne, जहाँ ° n = 1, 2, 3, तथा e = 1.6 × 10 19 C. एक वियुक्त निकाय का कुल आवेश संरक्षित रहता है। आवेश सदैव समान मान एवं विपरीत चिह्न के जोड़े में प्रकट होते हैं।
प्रश्न 12. समांतर प्लेट संधारित्र में दूसरे प्लेट का कार्य क्या है? 12015A)
उत्तर- समांतर प्लेट संधारित्र में दूसरा प्लेट पहले प्लेट के विभव को कम करता है ताकि संधारित्र पर अधिक आवेश संचित हो सके।
प्रश्न 13. किन्हीं दो कारकों को बताइए जिनसे चालक की धारिता प्रभावित होती है। (20144)
उत्तर – वस्तु की आकृति एवं बनावट दो ऐसे कारक हैं जो चालक की धारिता को प्रभावित करती है।
प्रश्न 14. दो विद्युत बल रेखाएँ क्यों एक-दूसरे को काट नहीं सकती हैं? क्या दो समविभव सतह काट सकती हैं? (2014A)
उत्तर – यदि दो विद्युत बल रेखाएँ एक-दूसरे को काटती हैं तो प्रतिच्छेद बिन्दु पर दो स्पर्श रेखाएँ होंगी। इसका अर्थ है कि उस बिन्दु पर विद्युत क्षेत्र के दो मान हैं जो कि संभव नहीं है। नहीं, क्योंकि दो समविभव पृष्ठ प्रतिच्छेदित करते हैं तो प्रतिच्छेद बिन्दु पर वैद्युत विभव के दो मान होगें जो संभव नहीं है।
प्रश्न 15. स्थिरवैद्युत परिरक्षण क्या है ? इसके एक जीवनोपयोगी उपयोग लिखें। (20144)
उत्तर- किसी निश्चित क्षेत्र को विद्युत क्षेत्र के प्रभाव से बचाने की प्रक्रिया को स्थिर वैद्युतिकी परिरक्षण (पृथ्वीकरण) कहते हैं। बिजली गिरने के समय बन्द कार या बस में बैठे रहना किसी पेड़ के नीचे या मैदान में खड़े रहने की तुलना में अधिक सुरक्षित रहता है, क्योंकि चालक के अन्दर के खोखले भाग में स्थित करण या आवेश बाह्य क्षेत्र के प्रभाव से परिरक्षित रहता है।
प्रश्न 16. समविभवी सतह क्या है ? [2013A)
उत्तर- ऐसी सतह जिसके प्रत्येक बिन्दु पर विभव समान होता है, समविभवी सतह कहा जाता है। इस तल पर परीक्षण आवेश को एक बिन्दु से दूसरे बिन्दु तक ले जाने में किया गया कार्य शून्य होता है। इस तल के प्रत्येक बिन्दु पर विद्युत क्षेत्र की दिशा हमेशा तल के लम्बवत् होती है।
प्रश्न 17. धारावाही चालक में वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता एवं समविभवी तल को परिभाषित करें।[2013A/
उत्तर- वैद्युत क्षेत्र में किसी बिन्दु पर रखे परीक्षण आवेश पर लगने वाले वैद्युत बल तथा परीक्षण आवेश के अनुपात को उस बिन्दु पर वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता कहते हैं। यह सदिश राशि है। इसकी दिशा वैद्युत क्षेत्र में रखे परीक्षण ऋण आवेश है तो इसकी दिशा ऋण आवेश पर लगनेवाले बल की दिशा के विपरीत होगा।
समविभव तल वह पृष्ठ जिसके प्रत्येक बिन्दु पर आवेश वितरण के कारण विभव समान होता है, ‘समविभव पृष्ठ’ कहलाता है।
प्रश्न 18. नमी के दिनों में स्थिर विद्युत के प्रयोग ठीक से क्यों नहीं हो पाते ? [2009A/
उत्तर – नमी के दिनों में स्थिर विद्युत के प्रयोग ठीक से नहीं हो पाते हैं, क्योंकि नमी हवा आवेश के लिए सुचालक होती है। आर्द्र हवा की सुचालकता के कारण प्रयोग में आवेश यंत्र पर स्थिर नहीं रह पाता है।
प्रश्न 19. वान डी ग्राफ जेनरेटर का वेल्ट क्यों विद्युतरोधी पदार्थ का बना रहता है ? [2009A]
उत्तर- इसके कारण बेल्ट द्वारा लिया गया आवेश उस पर फैलता नहीं है। बल्कि स्थानीकृत होता है। बेल्ट के साथ आवेश नुकीले चालक के पास पहुँचाया जाता है। यदि बेल्ट सुचालक पदार्थ का होता है, तो यह पूरे बेल्ट पर फैल जाता है और क्रिया प्रणाली सुचारू रूप से नहीं चल पाती है।
प्रश्न 20. संधारित्र का उपयोग क्या है ?
उत्तर- संधारित्र का उपयोग आवेश और विद्युत ऊर्जा को एकत्रित करने में होता है।