Bihar Board 12th Ardhnarishwar Objective And Subjective Question 2025: अर्धनारीश्वर, Chepter-4 Objective और Question, @Officialbseb.com
Bihar Board 12th Ardhnarishwar Objective And Subjective Question 2025:
अर्धनारीश्वर Chepter-4 Subjective Question
प्रश्न 1. पुरुष जब नारी के गुण लेता है तब वह क्या बन जाता है? /Sc. & Com. 2013A, 2012A; Arts 2012A /
उत्तर- पुरुष जब नारी के गुण लेता है तब वह अर्द्धनारीश्वर बन जाता है। अर्द्धनारीश्वर शंकर और पार्वती का कल्पित रूप है जिसमें आधार अंग पुरुष का स तथा आधा अंग नारी का होता है। अर्द्धनारीश्वर के माध्यम से यह बताया है कि समाज में स्त्री और पुरुष दोनों का अपना स्थान और महत्त्व है।
प्रश्न 2. नारी में पुरुष का गुण और पुरुष में नारी का गुण होना चाहिए या नहीं? [Sc. & Com. 2009AJ
उत्तर- नारी में पुरूष का गुण और पुरुष में नारी का गुण होना चाहिए। लेखक रामधारी सिंह दिनकर कहते हैं कि नारी में दया, माया, सहिष्णुता और भीरूता जैसे स्त्रियोचित गुण होते हैं। इन गुणों के कारण नारी विनाश से बची रहती है। यदि इन गुणों को पुरुष अंगीकार कर ले तो पुरूष के पौरूष में कोई दोष नहीं आता और पुरुष नारीत्व से पूर्ण हो जाता हैं। इसलिए, निबंधकार अर्द्धनारीश्वर की कल्पना करता है जिसमें पुरुष स्त्री का गुण और स्त्री पुरूष का गुण लेकर महान बन सके।
प्रश्न 3. बुद्ध ने आनंद से क्या कहा ? [Arts 2020A/
उत्तर- बुद्ध ने पश्चाताप के साथ आनंद से कहा कि “आनंद! मैंने जो धर्म चलाया था, वह पाँच सहस्त्र वर्ष तक चलने वाला था, किन्तु अब वह केवल पाँच सौ वर्ष चलेगा, क्योंकि नारियों को मैंने भिक्षुणी होने का अधिकार दे दिया है।” यह कहकर गौतम बुद्ध मानों पश्चाताप किया। पश्चाताप तब किया जाता है
जब कोई गलती कर बैठता है। स्पष्ट है कि गौतम बुद्ध से गलती हुई थी नारियों को नरों के साथ-साथ भिक्षुणी बनाने का बाद में हुआ भी वही भिक्षु चरित्रहीन हो गए। भिक्षुणी प्रज्ञा के मार्ग में आनंद प्रदायिनी हो गई फलस्वरूप कालक्रम में बौद्धधर्म का पतन हो गया।
प्रश्न 4. नारी की पराधीनता कब से आरम्भ हुई ? [Arts 2018A, 2017A, 2013A, 2009A)
उत्तर- कृषि का विकास सभ्यता का पहला सोपान था, किंतु इस पहली ही। सीढ़ी पर सभ्यता ने मनुष्य से भारी कीमत चुकानी पड़ी। अर्थात जब मानव जाति ने कृषि का आविष्कार किया तब से नारी की पराधीनता आरम्भ हो गई। कृषि के आविष्कार के चलते नारी घर में रहने लगी। घर का जीवन सीमित और बाहर का जीवन खत्म होता गया एवं छोटी जिन्दगी बड़ी जिन्दगी के अधिकाधिक अधीन होती चली गयी। नारी की पराधीनता का यही इतिहास है।
प्रश्न 5. पुरूष के गुण क्या हैं?[Arts 2017A1
उत्तर- अध्यवसाय, साहस, संघर्ष, शूरता, पुरुषोचित गुण माना जाता है।
प्रश्न 6. स्त्रियोचित गुण क्या है?[Arts 20164, 2015.A
उत्तर- ममता, कोमलता, दया, करुणा और प्रेम ये सभी नारियों के स्त्रियोचित गुण है।
प्रश्न 7. जिसे भी पुरुष अपना कर्मक्षेत्र मानता है, वह नारी का भी कर्मक्षेत्र है। कैसे ?
उत्तर- लेखक रामधारी सिंह ‘दिनकर’ के अनुसार नर-नारी दोनों के जीवनोद्देश्य एक हैं। अतः, नारी केवल नर को रिझाने अथवा उसे प्रेरणा देने को नहीं बनी है। जीवन यज्ञ में नारी का भी अपना हिस्सा है और वह हिस्सा सीमित नहीं, बाहर भी है । इस प्रकार दोनों के कर्मक्षेत्र समान है, जिस प्रकार पुरुष अपने उद्देश्य की सिद्धि के लिए मनमाने विस्तार का क्षेत्र अधिकृत कर लेता है, वही अधिकार नारी का भी होना चाहिए। अगर जीवन की प्रत्येक बड़ी घटना पुरुष प्रवृत्ति से नियंत्रित और संचालित है,
इसीलिए इसमें कर्कशता अधिक है, अगर इसमें नारी को अवसर दिया जाता तो निश्चित रूप से कर्कशता के स्थान पर स्त्रियोचित गुण कोमलता का समावेश हो जाता। अतः, दोनों का कर्मक्षेत्र समान होता ।
प्रश्न 8. प्रवृत्ति मार्ग और निवृत्तिमार्ग क्या है ?
उत्तर- प्रवृत्ति मार्ग वह मार्ग है जिसमें नारी को गृहिणी और अपने काम की पूर्ति के लिए गले से लगा रखा जाता है। इसको करने वाले प्रवृत्तिमार्गी कहलाए । जो प्रवृत्तिमार्गी हुए उन्होंने नारी को गले से लगाया, क्योंकि जीवन से वे आनंद चाहते थे और नारी आनंद की खान थी।
निवृत्ति मार्ग वह मार्ग है जिसमें जीवन में नारी को अलग रखा जाता है। इस मार्ग को अपनाने वाले निवृत्तिमार्गी कहलाते हैं। निवृत्तिमार्गों जीवन के साथ नारी को अलग रख छोड़ा, क्योंकि नारी उनके किसी काम की चीज नहीं थी। इससे वैयक्तिक मुक्ति की प्राप्ति होती थी।
प्रश्न 9. अर्धनारीश्वर की कल्पना क्यों की गई होगी ? आज इसकी क्या सार्थकता है ?
उत्तर- अर्धनारीश्वर की कल्पना में कुछ इस बात का संकेत है कि नर-नारी पूर्णरूप से समान हैं एक उनमें से एक के गुण दूसरे के दोष नहीं हो सकते, अर्थात् नरों में नारियों के गुण आएँ तो उनकी मर्यादाहीन नहीं होती, बल्कि पूर्णता में वृद्धि हो जाती है। स्पष्ट है कि यह कल्पना शिव और शक्ति के बीच पूर्ण समन्वय दिखाने के लिये निकाली गई होगी। यदि आज के संदर्भ में देखा जाय तो यही कहा जा सकता है कि अब नारी विकारों की खान और पुरुषों की बाधा नहीं मानी जाती है। वह प्रेरणा का उद्गम, शक्ति का स्रोत और पुरुषों की क्लांति की महौषधि हो उठी है। लेकिन अभी भी यह विचार मन में है कि नारियाँ घर तक ही सीमित रहें। शहरों में प्रायः देखा जा है कि नारियाँ पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है।
आज नारियाँ हर क्षेत्र में कामकाजी होती जा रही हैं। ‘अर्धनारीश्वर’ 1952 की रचना है, उस समय भारत में नारियों में इतना विकास नहीं हो पाया था जितना कि आज देखने को मिलता है। यदि दिनकरजी आज होते तो शायद अर्धनारीश्वर का स्वरूप कुछ दूसरा ही होता।
अर्धनारीश्वर Chepter-4 Objective Question
1. युद्ध और शांति की समस्या पर लिखी गई काव्यकृति है ?
(A) नील कुसुम
(B) कुरूक्षेत्र
(C) द्वंद्वगीत
(D) रश्मिरथी
Answer ⇒ (B)
2. अर्धनारीश्वर, कल्पित रूप है –
(A) शिव और पार्वती का
(B) राम और सीता का
(C) राधा और कृष्णा का
(D) विष्णु और लक्ष्मी का
Answer ⇒ (A)
3, गांधारी थी ?
(A) दुर्योधन की माँ
(B) कृष्ण की माँ
(C) अर्जुन की माँ
(D) बलराम की मा
Answer ⇒ (A)
4. प्रेमचंद थे ?
(A) गीतकार
(B) कथाकार
(C) फिल्मकार
(D) संगीतकार
Answer ⇒ (B)
5. “दिनकर’ का जन्म कब हुआ था ?
(A) 23 सितम्बर, 1908 को
(B) 22 दिसम्बर, 1912 को
(C) 28 सितम्बर, 1911 को
(D) 25 सितम्बर, 1913 को
Answer ⇒ (A)
6. ‘दिनकर’ किस युग के कवि है ?
(A) भारतेंदु युग
(B) छायावादी युग
(C) छायावादोत्तर युग
(D) नव्यकाव्यांदोलन युग
Answer ⇒ (C)
7. ‘संस्कृति के चार अध्याय’ किसकी कृति है ?
(A) गुलाब दास
(B) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(C) आचार्य सीताराम चतुर्वेदी
(D) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
Answer ⇒ (D)
8. कौन-सी कृति रामधारी सिंह “दिनकर’ की लिखी हुई है ?
(A) शुद्ध कविता की खोज
(B) पुनर्नवा
(C) स्मृति की रेखाएँ
(D) कविता के नए प्रतिमान
Answer ⇒ (A)
9. ‘अर्धनारीश्वर’ पाठ के लेखक कौन है ?
(A) नामवर सिंह
(B) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
(C) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(D) रामचन्द्र शुक्ल
Answer ⇒ (B)
10. रामधारी सिंह “दिनकर’ की रचना कौन-सी है ?
(A) उसने कहा था
(B) जूठन
(C) तिरिछ
(D) अर्धनारीश्वर
Answer ⇒ (D)
11. दिनकर जी का जन्म बिहार के किस जिले में हुआ था ?
(A) समस्तीपुर
(B) बेगूसराय
(C) पटना
(D) भोजपुर
Answer ⇒ (B)
12. अर्धनारीश्वर में किस गुण का समन्वय है ? .
(A) नारी के
(B) पुरुष के
(C) नारी और पुरुष दोनों के
(D) इनमें कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
13. दिनकर जी की पहली काव्य पुस्तक कौन-सी है ?
(A) कुरुक्षेत्र
(B) हुंकार
(C) रसवंती
(D) प्रणभंग
Answer ⇒ (D)
14. दिनकर जी की पहली कविता किस पत्रिका में प्रकाशित हुई ?
(A) छात्र सहोदर
(B) छात्र पत्रिका
(C) छात्र मित्र
(D) इनमें से कोई नहीं.
Answer ⇒ (A)
15. दिनकर जी की पहली कविता कब प्रकाशित हुई ?
(A) 1920 में
(B) 1925 में
(C) 1930 में
(D) 1935 में
Answer ⇒ (B)
16. दिनकर जी के अनुसार यदि पति विचार है तो पत्नी क्या है ?
(A) बुद्धि
(B) समझ
(C) भावना
(D) इनमें कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
17. बुद्ध और महावीर ने नारियों को कौन-सा अधिकार दिया ?
(A) संन्यास लेने का।
(B) भिक्षुणी होने का
(C) पति के त्याग का
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
18. “पुरूष जब नारी के गुण लेता है तब वह देवता बन जाता है। किन्तु नारी जब नर के गुण सीखती है तब वह राक्षस हो जाती है।” यह किसका कथन है ?
(A). दिनकर जी का
(B) रवीन्द्रनाथ का
(C) प्रेमचन्द का
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
19. ‘अर्धनारीश्वर’ का किस विद्या से संबंध है ?
(A) निबंध
(B) कहानी
(C) एकांकी .
(D) व्यंग्य
Answer ⇒ (C)
20. किसने अपने जीवन के अन्तिम दिनों में नारीत्व की साधना की थी ?
(A) गाँधी जी ने
(B) रवीन्द्रनाथ ने
(C) दिनकर जी ने
(D) उदयप्रकाश ने
Answer ⇒ (A)
21. अर्द्धनारीश्वर शंकर और पार्वती का किस प्रकार का रूप है ?
(A) यथार्थ
(B) कल्पित
(C) आदर्श
(D) वास्तविक
Answer ⇒ (B)
22. प्रेमचन्द के अनुसार नारी जब पुरुष के गुण सीखती है तब वह क्या हो जाती है ?
(A) आकर्षक
(B) साहसी
(C) कोमल
(D) राक्षसी .
Answer ⇒ (D)
23. निम्नलिखित में कौन-सी रचना दिनकर जी की नहीं है ?
(A) उर्वशी
(B) रश्मिरथी
(C) जूठन
(D) कुरुक्षेत्र
Answer ⇒ (C)
24. निम्नलिखित में कौन-सी रचना दिनकर जी की है ?
(A) सदियों का संताप
(B) परशुराम की प्रतीक्षा
(C) दरियाई घोड़ा
(D) रसातल यात्रा
Answer ⇒ (B)
25. “दिनकर’ को किस कृति पर भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त हुआ ?
(A) अर्धनारीश्वर
(B) उर्वशी
(C) हुँकार
(D) कुरुक्षेत्र
Answer ⇒ (B)